Simple Method - मन की ताकत बढ़ाओ और दुनिया होगी कदमों में
हेलो दोस्तों जैसा कि हम जानते हैं कि किसी भी कार्य को पूर्ण करने के लिए उसे कार्य में आपके मन का लगा अति अनिवार्य है जब भी आप किसी काम को पूरे मन से करते हैं तो उसमें आपको सफलता शत प्रतिशत मिलती ही है। एक पुरानी कहावत भी है मन के हारे हार है, मन के जीते जीत। अर्थात हम जब भी किसी कार्य को पूरी लगन और मन लगाकर करते हैं तो उसके परिणाम अंतिम सुखद और फलदाई होते हैं।
अब हमें यह तो पता चल चुका कि किसी भी कार्य के पूर्ण सफलता में संपूर्ण मन से किया हुआ प्रयास अंतिम ही आवश्यक है परंतु हमारे सामने सबसे बड़ी यही कठिनाई होती है कि हम जो भी कार्य कर रहे हैं उसमें हमारा मन कैसे लगाए रखें हमारे आसपास की परिस्थितियों हमें बार-बार विचलित करती रहती है और हमारे पद से हमें भ्रमित करती रहती है। ऐसे में सबसे बड़ा हमारे पास चुनौती होती है कि हम अपने मन की लगाम को कैसे कस कर रखे या उसे पर पूर्ण तरह से नियंत्रण कैसे रखें।
गीता उपदेश देते समय भगवान श्री कृष्णा भी कहते हैं कि आपको अपने मन के घोड़े की लगाम को कभी भी अत्यधिक स्वतंत्रता नहीं देनी चाहिए क्योंकि यह बेलगाम घोड़े आपको अपने पथ से बार-बार हटाते रहते हैं अब हम यहां पर भगवान श्री कृष्णा और श्रीमद् भागवत गीता की बात ने करके एक सिंपल सी तरीके के बारे में जानेंगे जिससे आप अपने मन को स्वीकृत और अधिक ताकतवर बना सकते हैं ताकि आप कोई भी कार्य आसानी से और पूर्ण से कर सके।
