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मिठाई का इतिहास: मिठाईयों का माधुर्य से भरपूर सफर
मिठाई, हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसकी मधुर खुशबू और स्वाद हमें हमेशा खुश रखते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मिठाई का इतिहास कितना रोचक है? आइए, हम इस मिठाई के मधुर सफर का अन्वेषण करते हैं:
प्राचीन काल में मिठाई का उद्भव
मिठाई का प्रारंभ प्राचीन काल में हुआ था। भारतीय साहित्य और पुराणों में मिठाई के उल्लेख मिलते हैं, जिससे प्राचीन समय में भी यह खास पसंद की जाती थी। शुगरकेन्द्र जैसे मिठाई केंद्र विकसित होते चले गए, जो बनाने में शुगर का प्रयोग करते थे।
मुघलकाल का मिठाई का सुंदर युग
मुघलकाल के समय, मिठाई का बनाने का कौशल और विविधता बढ़ गए। शाहजहाँ के दरबार में शानदार मिठाईयाँ बनाई जाती थी, और यहाँ तक कि एक अपने प्रेमिका के लिए भी मिठाई तैयार करने के लिए मुघल शाह की उपाधि थी।
ब्रिटिश और मिठाई
ब्रिटिश आवास के दौरान, ब्रिटिश राजा और उनके करीबी लोग भारतीय मिठाइयों के आदि में आए और इन्हें पसंद करने लगे। इससे भारतीय मिठाइयाँ विश्व भर में मशहूर हो गईं।
मिठाई का समकालीन रूप
आज के समय मिठाई का अनगिनत प्रकार है, जिनमें जलेबी, गुलाब जामुन, लड्डू, बर्फी, और चमचम समाहित हैं। न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया में लोग मिठाई का आनंद लेते हैं।
मिठाई का इतिहास हमारे समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत का हिस्सा है, जिसका सफर प्राचीन समय से ही शुरू हुआ था और आज भी हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके बिना, हमारे जीवन की मिठास और सर्वोत्तम नहीं हो सकती।
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